सावन की पहली बारिश – डॉ पारुल अग्रवाल

Post View 736 बाहर बादल बहुत तेज़ गरज रहे थे, मूसलाधार बारिश हो रही थी। सर्दी की बारिश वैसे भी सबको घर के अंदर रहने को मजबूर कर देती है। दामिनी जी बड़ी सी हवेली में आग के सामने  आरामकुर्सी पर  बैठ अपने बीते दिनों को याद कर रही थी। एक समय कैसे ये हवेली … Continue reading सावन की पहली बारिश – डॉ पारुल अग्रवाल