सत्संग का भोजन- नेकराम Moral Stories in Hindi

Post View 1,271 उन दिनों दिल्ली की एक पुनर्वास कॉलोनी गोकुलपुरी में हमारा एक छोटा सा घर था उस समय मेरी उम्र 5 बर्ष थी रविवार का दिन था मां ने नई साड़ी पहनते हुए पिताजी से कहा– पड़ोस में सत्संग हो रहा है नेकराम को मैं साथ लिए जा रही हूं खाना बना दिया … Continue reading सत्संग का भोजन- नेकराम Moral Stories in Hindi