सप्तपदी-सप्तवचन* – अनुराधा अनिल द्विवेदी*

Post View 463 ऑटो में मेरे सामने बैठे एक भले मानस मेरे दादा जी के उम्र के रहे होंगे, बड़ी देर से मुझे घूरे जा रहे थे, जब भी मैं उनकी तरफ देखती मुझसे नजरे हटा लेते, उनकी नजरों से मैं असहज महसूस कर रही थी। बात दस साल पहले की है जब मैं ग्रेजुएशन … Continue reading सप्तपदी-सप्तवचन* – अनुराधा अनिल द्विवेदी*