समयचक्र यही है…रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi

Post View 5,605 आज से कोई चालीस पचास साल पहले तक… शादियां घर के बड़े ही पूरी तरह तय करते थे… लड़के लड़कियों को बस तैयार होकर मंडप में बैठना होता था… खासकर बड़े घरानों में तो शादी से पहले एक दूसरे को देखना… नाक कटाने वाली बात होती थी…और यदि किसी तरह देख भी … Continue reading समयचक्र यही है…रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi