सावन की झड़ी – प्रीति आनंद अस्थाना
Post View 296 “लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है….” “वाह दीदी! आज तो मौसम के साथ-साथ आपका मूड भी मस्त हो रहा है। कित्ता अच्छा गाते हो आप!” निधि का गाना सुन मीरा बोल उठी। “हाँ, तभी तू बर्तन बजा-बजा के इतना मधुर संगीत दे रही थी!” “क्यों मज़ाक़ … Continue reading सावन की झड़ी – प्रीति आनंद अस्थाना
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