रिश्ते की डोर -हरेंद्र कुमार

Post View 30,854 रघुवीरजी जैसे ही पार्क से आए  – ऊ ऊकरता मोती(डॉगी) उनके पैर चाटने लगा । आज रघुवीरजी अस्वस्थ्य महसूस कर रहे थे इस लिए मोती को पार्क लेकर नहीं गए थे, क्योंकि मोती के साथ दौड़ना पड़ता। यही कोई उनकी उम्र 75 वर्ष होगी । तभी कड़क आवाज में रूपेश उनके कमरे … Continue reading रिश्ते की डोर -हरेंद्र कुमार