रिश्ते को भी रिचार्ज करना पड़ता है (भाग 2) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi

Post View 39,367 “अम्मा कल हमलोग शहर जा रहे हैं। नीतू की कक्षाएँ परसों से शुरू होने वाली है।” नवीन की माँ आशा चाय देती हुई कहती है।  “अच्छा, खूब मन लगाकर पढ़ बचिया। पढ़ लिख जाएगी तो जिंदगी बन जाएगी।” सुचित्रा जी चाय के घूंट के साथ कहती हैं।  तुम्हारे ही पढाई पढ़ाई की … Continue reading रिश्ते को भी रिचार्ज करना पड़ता है (भाग 2) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi