Post View 251 आज भी हमारे नगर में डॉ रघु को याद किया जाता है।हमारे पिता बताया करते कि डॉ रघु के हाथों में जादू था।नब्ज पकड़ कर रोग पहचान लेते और ऎसी दवाइयां देते कि मर्ज जड़ से ही खत्म हो जाता।नाम मात्र की राशि मे ही अपनी फीस के साथ दवाइयां भी दे … Continue reading रघु की पीड़ा – बालेश्वर गुप्ता
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed