पुत्र से माफ़ी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi
Post View 555 “हद करते हो सुरेश…. कितना समझाया था तुम्हें पर तुमने मेरी जरा भी बात नहीं मानी…क्या ज़रूरत थी छोटे को दुकान पर बैठाने की …अच्छा ख़ासा वो शहर में पढ़ाई कर रहा था पर तुम्हें तो उसका शहर जाना भी नहीं पसंद आया और ना उसका पढ़ाई करना ।” मनोहर बाबू अपने … Continue reading पुत्र से माफ़ी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi
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