प्रणाम बंद मकान को – देवेंद्र कुमार Moral Stories in Hindi
Post View 47,754 रत्ना बहुत दिनों से पार्क की चार दीवारी के पास सब्जी का ठेला लगाती आ रही है। ठीक सामने बहुत बड़ा हवेली जैसा मकान है,जो काफी समय से बंद पड़ा है। पहले यहाँ एक बड़ा परिवार रहता था।उसकी मुखिया थीं एक बूढी महिला, जिन्हें सब दादी अम्मा कह कर बुलाते थे। रत्ना … Continue reading प्रणाम बंद मकान को – देवेंद्र कुमार Moral Stories in Hindi
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