पेंशन पार्ट 1 – अरुण कुमार अविनाश

Post View 448 ” माँजी , मैं सरला के यहाँ से पाँच मिनट में आ रही हूँ – आप डॉली को खाना खिला दीजियेगा।” – निवेदिता ने कहा और सास की सहमति या असहमति सुने बिना मेन गेट खोल कर फ्लैट से बाहर निकल गयी। डोर क्लोज़र की मदद से ऑटोमेटिक दरवाज़ा स्वतः बंद हो … Continue reading पेंशन पार्ट 1 – अरुण कुमार अविनाश