पहला और आखिरी विद्रोह – रेणु दत्त : Moral stories in hindi

Post View 56,169 सुबह के सात बजे थे। ट॔ग ट॔ग …बाबूजी के कमरे से दो बार घ॔टी की आवाज आई। सहायिका मीना उधर जाते जाते ठिठक कर बोली ” दीदी साब आपको बुला रे हैं। ,” आज बेटी मिनी का दूसरी कक्षा का रिजल्ट है ,आफिस से पहले उसके स्कूल भी जाना है। तेजी से … Continue reading पहला और आखिरी विद्रोह – रेणु दत्त : Moral stories in hindi