बेटी ही रहने दो – गीता चौबे “गूँज”
फोन का रिसीवर रखने के बाद रजनी के मन में अपनी बिटिया रंजीता के आखिरी शब्द बहुत देर तक गूँजते रहे… ‘बेटी को बेटी ही रहने दो, उसे बेटा मत बनाओ…’ रजनी अवाक रह गयी और गहराई से सोचने लगी कि उससे चूक कहाँ हुई। इतना आक्रोश कैसे भर गया उसकी बेटी के मन में। … Read more