अन्याय – सुधा शर्मा
एक बार फिर कितनी बेबसी से देख रहा था मनन , कृशकाय मिनि बिस्तर पर असहाय सी लेटी थी ,,, पता नही कब से तबियत खराब चल रही थी , पर मनन के पास फुर्सत कहाँ थी , बस रात दिन काम , बहुत फैला हुआ बिजनेस । उसे नही पता कैसे वह दोनों बच्चों, … Read more