एक सहारा ऐसा भी – अमिता गुप्ता “नव्या”
सोहनलाल एक विशाल बरगद के पेड़ के नीचे बैठे, अपने जीवन के बिताए 75 वर्षों की स्मृतियों में गोता लगा रहे थे। पत्नी सुशीला के स्वर्गवास के उपरांत बेटे बहू के द्वारा उपेक्षा, अनादर मिलना उनके अंतर्मन को कचोट रहा था। कितना निस्सहाय महसूस कर रहे थे… पूरी जमीन जायदाद बेटों के नाम कर दी, … Read more