सर्दी की धूप – डॉ.पारुल अग्रवाल
मानव घर से ऑफिस के लिए निकला ही था तभी उसने देखा कि एक तरफ की सड़क महिला मुक्ति मोर्चा वालों ने किसी महिला पर अत्याचार के विरुद्ध आवाज़ उठाते हुए बंद कर रखी थी,उनके विरोधाभास के नारे उसके कानों तक भी पड़ने लगे, उनके नारों की आवाज़ ने उसके मन में उथल-पुथल मचा दी … Read more