अपनों पर एहसान कैसा मैंने तो अपना फर्ज निभाया (भाग 2) – रेणुका टिकू  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : वचन तो बृजमोहन ने मां को दे दिया,पर छोटी सी जगह में रहकर आठ सदस्यों का पेट पालना सरल ना था। सरकारी मुलाजिम था ब्रजमोहन और वेतन ₹50।पांच बच्चों की शिक्षा इतनी कम आय में कतई संभव न थी।कुछ निश्चय कर ब्रजमोहन दिल्ली की ओर निकल गया।मां को आश्वासन दिया … Read more

अपनों पर एहसान कैसा मैंने तो अपना फर्ज निभाया (भाग 1) – रेणुका टिकू  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : इंद्रावती ने बृजमोहन को आवाज दी और एक पंक्ति में सोते हुए पांचो बच्चों के ऊपर से रजाई को हटाते हुए पूछा–यह सब कौन है बृज? कोई अंतर दिखता है तुम्हें इनमें? बृज की आंखें नम थी,धीरे से बोला–’मां,अपने ही बच्चे हैं, अंतर कैसा?और अंतर हो भी कैसे सकता है?देखो … Read more

बहू के लिए सास की आँखों में आँसू (भाग 2) – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : कल्याणी जी की हालत बदतर होती जा रही थी वो खाना पीना छोड़ कर बस निशिता को याद करती रहती थीं…. ये देख कर विहान की बुआ कला को बहुत आश्चर्य हो रहा था कोई बहू के लिए भी इतना दुखी होता है… “ रे कल्याणी तू इतना करें है … Read more

बहू के लिए सास की आँखों में आँसू (भाग 1) – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “क्या हुआ  कल्याणी किन ख़्यालों में खोई हुई हो… अब कब तक उसके लिए आँसू बहाती रहोगी…. वो भी कहाँ तुम्हें छोड़ कर जाना चाहती थी…. तुमने ही ज़िद्द किया तो वो गई नहीं तो वो अभी हमारे साथ हमारे पास होती…. ।” सुदर्शन जी अपनी पत्नी को समझाते हुए … Read more

तुम मेरी बहू नहीं बेटी हो – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आरती की थाल सज के तैयार थी , मनीषा बहू का इंतजार कर रही थी। जैसे ही बेटे बहू की कार आकर दरवाजे पर रूकी मनीषा की खुशी का ठिकाना न रहा।बहू की आरती उतार महावर भरा थाल आगे रख दिया । फिर मनीषा नेहा ,(बहू) से बोली बेटा इसमें … Read more

पहचान – माधुरी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सरल विला के सामने आज मीडिया बालों का जमाबड़ा लगा हुआ है,ये सब के सब इस घर की सबसे बुजुर्ग महिला जो इस घर की मालकिन भी है ने ८० साल की उम्र में कुछ ऐसा करिश्मा कर दिखाया है जो कि कभी कभी कम उम्र के लोग भी नहीं … Read more

अनोखा रिश्ता – अनिता वर्मा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ऐ औरत कौन है ? दादू इनसे क्या रिश्ता है आपका, आखिर लगती कौन है “ऐ” आपकी। मै एक सप्ताह के लिए इंडिया जा रहा हूं डैड ब्रेक फास्ट करते हुए शाश्वत ने बताया, अरे यूं अचानक तुम्हें वहां जाने की क्या पड़ गई? पिता जी टिशू से हाथ पोछते … Read more

“आधा हिस्सा” ( भाग 2) – डॉ .अनुपमा श्रीवास्तवा

इसके अलावा छोटे भाई की पत्नी, एक भतीजा और एक भतीजी भी थी। छोटे भाई की अकाल मृत्यु के बाद इन सब की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर थीं। सभी बच्चे उनकी नजरों में एक समान थे। उन्होंने सबको पढ़ाया लिखाया। बेटी -भतीजी में कोई फर्क नहीं किया। बेटी से पहले भतीजी का ब्याह अच्छे … Read more

“आधा हिस्सा” ( भाग 1) – डॉ .अनुपमा श्रीवास्तवा

 राकेश बालकनी में बैठे एक हाथ में पेपर और दूसरे हाथ में मोबाईल लिए पता नहीं किस सोच में डूबा था। सामने टेबल पर चाय ठंडी हो रही थी पर उसका ध्यान…..। रिया ने पीछे से आवाज लगाई-” कहाँ ध्यान है आपका? चाय भी ठंडी हो गई। “ “रिया गाँव से पिताजी का फोन था।” … Read more

दिव्या(भाग–4) : Moral stories in hindi

राघव, छोटी छोटी मुलाक़ातों में दिव्या से उसके मन की बातें जानने की कोशिश करता रहता था। वह हर मुलाकात में उसके सपनों, आकांक्षाओं और दुनिया के प्रति अपने दृष्टिकोण को समझने का प्रयास करता था। राघव ने दिव्या को उत्साहित कर, उसे उसकी ख्वाहिशों की पूर्ति के लिए प्रेरित करता रहता और उनके साथ … Read more

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