बहू तुम मेरी बेटी की तरह हो – माधुरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज ऑफिस से आकर नितिन ने पत्नी नीरा से कहा कि मुझे एक सप्ताह के लिए मुंबई जाना है टूर पर , अतः मेरे कपड़े सूटकेस में पैक करदेना। नीरा के बच्चे भी ८दिन के लिए स्कूल से समर कैम्प में गए हुए थे। नीरा ने जव तपन के भी … Read more

वक्त हर घाव को भर देता है- मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : वक्त हर घाव को भर देता है सुषमा आज मोहल्ले में एक पूजा में शामिल होने के लिए गई थी । जिनके घर पूजा थी वो आंटी ने बहुत मनुहार किया था सुषमा से निकलो बेटा थोड़ा घर से आया जाया करो सबसे मिला जुला करो मन हल्का हो जाएगा। … Read more

 स्वाद अपनेपन का….! (भाग 2)- लतिका श्रीवास्तव

…….एक बार सोमेश ने अपने दोस्तों को घर पर डिनर के लिए बुलाया था कालिंदी से पूछ कर ही तय किया गया था….उसी दिन सुबह कालिंदी की मां का फोन आ गया था बेटा तेरी मौसी सीढ़ियों से गिर पड़ी है तू आजा मेरे साथ चलना तेरे पापा नहीं जाएंगे….कालिंदी ने तुरंत सोमेश को फोन … Read more

 स्वाद अपनेपन का….! (भाग 1)- लतिका श्रीवास्तव

सोमेश अभी सोकर भी नहीं उठा था की उसने कालिंदी को कहीं जाने के लिए तैयार पाया….! अरे श्रीमतीजी आज सुबह सुबह कहां की तैयारी हो गई….आश्चर्य और उत्सुकता से उसने पूछा ही था कि कालिंदी ने घड़ी दिखा कर कहा….”सुबह सुबह!!!ये सुबह है.!9 बज गए हैं..! अरे भाई आज सन्डे तो है….सोमेश ने उसे … Read more

तुमसे कुछ नहीं हो पायेगा – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रेनू देश के पर्वतीय क्षेत्र के प्रसिद्ध बोर्डिंग स्कूल से अध्ययनरत, दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक तथा जामिया मिल्लिया से मास कम्युनिकेशन में स्नातक होने के बावजूद विदेश में अलग-थलग पड़ गई थी।  वह फ्रांस से एम बी ए करने गई थी। पर वहां की भाषा,रहन सहन में … Read more

ये कैसी पहचान – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रात फिर अविरल और मानसी की लड़ाई ने उग्र रूप ले लिया, “तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई, मुझे धोखा देने की…”   “मैंने तुम्हे कोई धोखा नहीं दिया, “अविरल शांत स्वर में बोला.   ” मैंने अपनी आँखों से तुम्हे रिया के साथ देखा, वो क्या था…??     “किसी के साथ कॉफी पी … Read more

दिव्या(भाग–6) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi

“सम्मोहन.. कार्य कैसे करता है भैया?” चंद्रिका पूछती है। “भाभी.. सम्मोहन रोगी की चेतना को इस तरह से बदलता है कि हमारे दिमाग का दायां भाग निष्क्रिय हो जाता है और बायां भाग अधिक सक्रिय हो जाता है। हमारे दिमाग का दायां हिस्सा विश्लेषणात्मक कार्य करता है जबकि बायां हिस्सा गैर विश्लेषणात्मक कार्य करता है। … Read more

दिव्या(भाग–5) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi

राघव आकर सीधा अपने कमरे में चला गया। उसे परेशान देखकर रिया भी पीछे- पीछे कमरे में आ गई।  “क्या बात है राघव? बहुत परेशान हो और आते ही दिव्या की फाइल्स लेकर बैठ गए। दिव्या ठीक तो है ना।” रिया राघव को फाइल्स में सिर घुसाए देख पूछती है। दिव्या के स्कूल गया था … Read more

पहचान – प्राज्ञी खुराना : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : फोन की घंटी से विमला जी की तंद्रा भंग हुई। विमला जी ने फोन उठाया तो फोन डीएम साहब का था। डीएम साहब ने बधाई दी की आपको समाज सेवा के लिए सरकार की तरफ से आपको नामांकित किया गया है। विमला जी अपनी पुरानी यादों में खो गई कि … Read more

पहचान – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रत्नप्रभा एक सामान्य सी शक्ल सूरत की लड़की थी। उसके पिता ने बहुत सारा दान-दहेज देकर एक अच्छा सा घर-परिवार और लड़का देखकर उसका विवाह करवा दिया। उसके बाद उसने अपना पूरा वक्त घर सम्हालने में लगा दिया।  देखते ही देखते छः-सात वर्षों के भीतर उसको तीन बेटियाँ  पैदा हो … Read more

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