दिव्या(भाग–11) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi

“भैया चाय तो ले लीजिए।” चंद्रिका आग्रह करती हुई कहती है। “नहीं भाभी… आज बिल्कुल इच्छा नहीं हो रही है।” “राघव कहकर रिया के साथ दरवाजे की ओर बढ़ गया। सुबह दिव्या को तैयार रखिएगा। हो सकता है.. वो सुबह जल्दी जगना और सैर पर ना जाना चाहे। पर आप अपनी ममता को बाहर मत … Read more

‘सिग्नल मदद का’ – प्रियंका सक्सेना   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : इंजीनियरिंग कॉलेज में सेमेस्टर ब्रेक होते ही अधिकांशत: पूरा कॉलेज ही खाली हो जाता है। दरअसल एक हफ्ते की छुट्टियां होती हैं तो हर कोई घर जाना चाहता है। इस बार भी ऐसा ही हुआ।  इक्का दुक्का लोगों को छोड़कर सभी प्रोफेसर्स और  छात्र-छात्राएं घर जाने के लिए बसों से … Read more

पहचान –  के कामेश्वरी   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मेरा नाम मुरली है । कुछ महीने पहले मैंने एक गेटेड कम्यूनिटी में अपना घर बनवाना शुरू किया था । वह शहर से दूर था परंतु मेरे ऑफिस के लिए नज़दीक है और मेरी नई नई शादी हुई थी तो हमने वहाँ घर बनाने का निर्णय लिया और जल्दी जल्दी … Read more

ममत्व की डोर – डॉ. पारुल अग्रवाल

अवनी अपने सपनों की दुनिया में खोई हुई थी, तभी मां ने झंझोड कर हिलाया और बोला उठ जा बेटा नहीं तो मेडिकल कॉलेज जाने में देर हो जायेगी। वैसे तो उसे अपनी नींद से समझौता करना गवारा ना था पर फिर भी कुछ बनने के एहसास ने उसको उठा ही दिया। तैयार होकर वो … Read more

ज़िन्दगी भर की टीस – रश्मि प्रकाश

“ माँ इससे कह दो… ये मुझसे दूर ही रहे… कोई ज़रूरत नहीं है मेरे कमरे की सफाई करने की।“ आक्रोश में नितिन ने नित्या से कहा नित्या घबराकर वहाँ से हट गई…जो अपने कमरे की सफ़ाई करने में व्यस्त थी  “ बेटा ये क्या तरीक़ा है बहू से बात करने का…तुम्हें नहीं लगता तुम … Read more

आशियाने की छाँव में – डॉ.अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : अथर्व और अनन्या दोनों भाई बहन अपना अपना सामान लिए पूरे घर में दौड़ रहे थे। दोनों कभी इस कमरे में जाते कभी उस कमरे में। कभी बाहर वाले कमरे में सामान रख वहीं बैठ जाते। उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि वो कौन से कमरे को अपना … Read more

घर की नौकरी – मंगला श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सोमा एक सँयुक्त परिवार की सबसे बड़ी बहू थी। उसकी बहुत ही कम उम्र में ही शादी हो गई थी..!क्योंकि उस समय बहुत जल्दी ही शादी हो जाती थी ।। इस कारण वह दसवीं से आगे पढ़ नही पाई थी । सास तो उसके आने के बाद अपने घर अपने … Read more

खेवनहार – डॉ संगीता अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : हाय अम्मा!रिया अभी तक घर नहीं आई,रात के नौ बज गए है,बड़ी बहू निशा ने सुधा देवी से कहा तो उनका माथा ठनका। रोज रोज,रिया को काफी देर होने लगी थी,और आती भी दूसरों की गाड़ी में थी,क्या सचमुच रिया के कदम बहक रहे हैं?वो सोच में पड़ गई। रात … Read more

बेटा ससुराल को करता बुरा क्यों लगता… –  रश्मि प्रकाश   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  “ देखो तुम्हारी चिंता तो जायज है, पर ये भी तो समझो ना वो भी अब उसका ही परिवार है….. सरला अपने बच्चे पर भरोसा रखो….एक तो तुम्हारी वो बेकार सी सहेलियाँ जाने क्या पटी पढ़ा जाती तुम्हें और तुम बस चिन्ता में मरी जाती हो…. अरे अपने दिए संस्कार … Read more

पश्चाताप की आग –  विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  ” अरे-अरे..ज़रा देखिये तो…लगता है,बाहर कोई महिला बेहोश हो गई है…।”  ‘ संजिवनी केमिस्ट ‘ पर दवाइयाँ खरीदते हुए ग्राहकों में से एक ने कहा तो नम्रता ने पीछे मुड़कर देखा।शाॅप के बाहर लगी भीड़ को देखकर उत्सुकतावश वह एक हाथ में पर्स-दवा थामकर दूसरे हाथ से लोगों के बीच … Read more

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