परिणय सूत्र – डॉ. पारुल अग्रवाल

कल चित्रा अमन की दुल्हन बनने जा रही है। उम्र के तीसरे पड़ाव पर आकर कल वो कोर्ट में एक दूसरे के जीवनसाथी बन जायेंगे। चित्रा को बार बार अपनी पिछली जिंदगी का बीता हुआ हर लम्हा याद आ रहा था। उसे लग रहा था कि हम चाहें कितनी भी योजनाएं बना लें पर होता … Read more

परिणय सूत्र (भाग 1) – डॉ. पारुल अग्रवाल

कल चित्रा अमन की दुल्हन बनने जा रही है। उम्र के तीसरे पड़ाव पर आकर कल वो कोर्ट में एक दूसरे के जीवनसाथी बन जायेंगे। चित्रा को बार बार अपनी पिछली जिंदगी का बीता हुआ हर लम्हा याद आ रहा था। उसे लग रहा था कि हम चाहें कितनी भी योजनाएं बना लें पर होता … Read more

दिव्या(आखिरी भाग ) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi

“रिकार्डिंग सुनकर सब स्पष्ट हो जाएगा माते। कल दिव्या रिकॉर्डिंग सुन ले। सुनने के बाद उसके मन में आये सारे संदेह दूर कर दूँ। उसके बाद आप सब भी रिकार्डिंग सुन सकते हैं।” दिव्या की दादी के सवाल पर बारी बारी से सभी को देखता हुआ राघव कहता है। “आज तो मैं ही कई बार … Read more

जिंदगी इम्तिहान लेती है – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : गरिमा आज खुशी के मारे चहक रही थी। झट से उसने अपनी मां को वीडियो कालिंग किया, मम्मी, मम्मी, यूके के हास्पिटल से मेरा ज्वाइनिंग लेटर आ गया है। अब मैं अपनी दीदी के पास पहुंच जाऊंगी।बस वहां से दो घंटे ही लगेंगे ट्रेन से।अब आप भी हम दोनों के … Read more

मुसीबत – छवि गौतम : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “मैं कब से बोल रही हूं कि माधव बहू और बच्चों को लेकर गांव में आ जा वापस; लेकिन मेरी कोई सुने तब ना”,आजकल की बहूओं को तो परिवार से अलग दूर शहर की जिंदगी की एक बार हवा लग जाती है तो मजबूरी पड़ने पर भी वापस नहीं आने … Read more

अधूरी औरत (भाग 2) – मुकेश पटेल

कैब स्कूल के तरफ  जा रहा था।  रास्ते में बैठे-बैठे काजल का मन बिल्कुल ही भर आया था।  वह मन ही मन सोचने लगी थी, कब तक वह प्यासी रहेगी, कोई तो उसकी प्यार की प्यास बुझाए, कोई तो हो जिसे वह कभी अपने बाहों में जकड़ कर, कभी उसे सीने से लगाकर, भरपूर प्यार … Read more

अधूरी औरत (भाग 1) – मुकेश पटेल

काजल की  शादी हुए अभी सिर्फ 6 महीने ही हुए थे।  उसके पापा ने कितने शानो-शौकत से एक बड़े बिजनेसमैन ऋषभ से काजल की शादी कराई थी।  जिसका मुंबई में बहुत बड़ा रेस्टोरेंट का बिजनेस था।  सबको लगा था कि काजल को वह सब कुछ मिलेगा जो एक लड़की अपने पति से उम्मीद करती है … Read more

‘चीख’ (आखिरी भाग ) – पूनम (अनुस्पर्श): Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – ये तो हमारा कर्तव्य है इन जैसे भेडियों से अपनी बच्चियों को बचाना। मैं भी दो बेटियों की माँ हूँ। जब ड्यूटी पर होती हूँ तो दिल और दिमाग में बस उन्हीं का ख्याल रहता है। अकेली माँ जो ठहरी। पति का एक दुर्घटना में देहाँत हो गया। उन्हीं … Read more

‘चीख’ (भाग 6) – पूनम (अनुस्पर्श): Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – गुस्से से वह मज़दूर बाहर आया और कहने लगा- बताओ क्या पूछना है? अभी अभी काम से थका हुआ आया हूँ।  चैन से पानी भी नहीं पीने दिया। अगर तुम मांगने वाले हो तो मेरे पास कुछ नही है देने के लिए।  वैसे हैं कौन हो तुम लोग? मज़दूर … Read more

‘चीख’ (भाग 5) – पूनम (अनुस्पर्श): Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : – दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ कर दूसरी गली की ओर चल पड़े । दोनों की आयु दस से भी कम थी। दोनों ही अच्छे दोस्त थे। दोनों के बाबा एक साथ जो सब्जी का ठेला लगाते थे।  दूसरी गली में भी दुकान बंद मिली तो  शामली फिर से … Read more

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