सलोनी का लहंगा
आज आपके लिए एक ऐसी कहानी लेकर आया हूं जिसके पात्र हम कभी ना कभी बनते हैं या बन जाते हैं. मैं कहानी की शुरुआत करता हूं अपनी पत्नी से हुई बातचीत से मेरी पत्नी ने मुझे बताया कि उसे जयपुर जाना है। मैंने उससे पूछा अचानक जयपुर क्यों, तो उसने धीरे से कहा कि … Read more