ख़ुद से ही लें ख़ुद के लिए प्रेरणा— पूर्ति वैभव खरे
ऐसा कौन सा व्यक्ति है ? ‘जो जीवन में निराशावादी होना चाहता है’ शायद कोई नहीं; निराशा, उदासी,मायूसी या हार किसी को रास नहीं आती,फिर भी ये जीवन में मिलती अवश्य है, इनके बिना जीवन कहाँ चलता है? ऐसा कोई न होगा जो कभी पराजय की गली से न गुजरा हो। जिस तरह जन्म-मरण अक्षरशः … Read more