Post View 4,440 सागर के किनारे बैठी हुई सुगंधा व्याकुल थी क्यूँ,,,,शायद खुद भी नहीं जानती थी, श्याम से उसका रिश्ता पति पत्नी जैसा ही था दोस्ती तो बिल्कुल नहीं नहीं,,जब भी अपने दिल की बात कहने की कोशिश करती थी श्याम या तो बात बदल देता था या उसको डांट कर चुप करवा देता … Continue reading नयी राह – नीलिमा सिंघल
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