” नए जीवन की आस ” – अनिता गुप्ता

Post View 613 ठंडी हवाएं चल रहीं थीं पर बारिश थम चुकी थी। खिड़की के पास विचारों में मग्न बैठी शालिनी को ठंडी हवा का झोंका बार – बार छू कर जा रहा था। मानो कह रहा हो, ” उठो शालिनी और जी लो जिंदगी जी भर कर । जिस तरह से इस तूफानी बारिश … Continue reading ” नए जीवन की आस ” – अनिता गुप्ता