नन्ही रोशनी – विजया डालमिया

Post View 3,402 यूँ तो सुबह रोज होती है, पर वह सुबह मेरी जिंदगी की सबसे ज्यादा प्यारी और अनमोल सुबह बन गई। मैं बालकनी में बैठा चाय के साथ अखबार का मजा ले रहा था। तभी किसी की आवाज कानों में पड़ी….. मम्मी लगी तो नहीं आपको? उठो ना। मैंने देखा 8  से 9 … Continue reading नन्ही रोशनी – विजया डालमिया