ननद – नेमिचन्द गहलोत : Moral Stories in Hindi

Post View 429 श्रावण मास में युवतियां खेजड़े के वृक्ष की मजबूत डाल पर मोटे रस्से से हींड मांडकर बाग में झूला झूल रही थीं । राजस्थान के एक बड़े घराने की बहू सुप्यार अपनी ननद परीकंवर को झूले दे रही थी ।          उसने जोर से कहा “पेड़ की पत्तियाँ छू कर बताओ परी! तब … Continue reading ननद – नेमिचन्द गहलोत : Moral Stories in Hindi