मुझे हक है…! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय  : Moral Stories in Hindi

Post View 17,769 शाम से ही रिचा अनमनी सी हो रही थी। एक खबर जो उसे सुकून से रहने नहीं दे रही थी । उसे अभी ऑफिस से घर  लौटे ज्यादा समय नहीं हुआ था।वह अपने बिस्तर पर लेटी हुई खिड़की से बाहर देख रही थी। मौसम बहुत ही खुशनुमा था। बाहर बादल और हल्की-हल्की … Continue reading मुझे हक है…! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय  : Moral Stories in Hindi