खानदान (भाग 1)- उमा वर्मा  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मालती चुप चाप सोफे पर चिंता में बैठी है ।बेटा – बहू कल आ रहा है अपने बेटे के पास ।उसे तो खुश होना चाहिए था लेकिन वह बहुत परेशान है।दो महीने से मालती अपने पोते के पास है ।पूना में ।बेटा बहू पटना में रहते थे ।वहां पति का … Read more

खानदान और संस्कार – ऋतु गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आज सूरजमल जी लज्जा, पीड़ा और शर्म से अपनी गर्दन झुकाए बैठे थे , आज जब उनके ही सामने उनके घर की बहू बेटियां पाश्चात्य  परिधानों में कुछ हद तक नग्नता धारण किए लाउड म्यूजिक पर नाच रही थी। इस सब में उनका साथ उनके घर के बेटे दे रहे … Read more

खानदान – मंजू ओमर: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : सेठ दीनानाथ के आंखों से नींद कोसों दूर थी सोंचते सोंचते वे अपने जीवन में लिए गए फैसलों पर शर्मिंदा हो रहे थे । दीनानाथ और उनकी पत्नी पांच बेटियों और दो बेटों का भरा पूरा परिवार था। बेटे दोनों बड़े थे और बेटियां बेटों से छोटी थी । बेटों … Read more

समय समय की बात है…. – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : “ लो फिर से आ गई महारानी अपने दोनों बच्चों को लेकर…. अब इनके लिए भी खाना बनाओ… देखो जी कहे देती हूँ… आपको आदत है हर दिन पराठे खाने की तो आपको तो दे दूँगी पर उन दोनो के लिए नहीं बनाने वाली … तो बस भूल से भी … Read more

गर्व- संगीता श्रीवास्तव: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : “नहीं मां! तुम आज काम पर नहीं जाओगी। पिछले कई दिनों से तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं और तुम्हें काम पर जाना पड़ रहा है। अभी तुम आराम करो जब ठीक हो जाओगी तब जाना। मैं चली जाती हूं न! जब तक तुम ठीक नहीं हो जाती मैं जाऊंगी बर्तन -चौका … Read more

बड़ा दिल – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आज के बाद इधर का रुख भी मत करना।तुम्हारे जैसे शौहदे हमने बहुत देखे हैं।न कमाते हो,पता नही क्या पढ़ाई लिखाई की होगी,रखते हो शादी का इरादा?       भाई, मैं आज शादी की बात नही कर रहा,मैं तो बस यह प्रार्थना करने आया था,कि मैं और   कामिनी दोनो प्यार करते … Read more

रिश्ते नाते (भाग 2 ) – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : नीतीश जब दिल्ली जाने लगा तब निर्मला ने उसे एकांत में बुलाकर दस हजार रूपये उसके हाथ में रख दिये। ‘‘इसे रख लो। परदेस में काम आयेगे।’तभी नीतीश की नजर निर्मला के गले पर पडी। ‘‘भाभी, आपके गले की सिकडी कहां चली गयी।’’ सुनकर वह क्षणांश भावुक हेा उठी। अपने … Read more

रिश्ते नाते (भाग 1 ) – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : हरिवंश बाबू विधूर थे। भाईयों ने दूसरी शादी की राय दी मगर उन्हेानें तीन बच्चों का हवाला देकर इंकार कर दिया। उनके लिए तीन बच्चों की परवरिश ही जिंदगी का मकसद था। संयुक्त परिवार था इसलिए उनका लालन पालन करने में उन्हें परेशानी नहीं हुयी। बाद में जब भाईयों में … Read more

पहचान – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ठिठुरती सर्दी में जहां रज़ाई से निकलने का मन नहीं करता । वहाँ माँ ही है जो सब सह कर बिना उफ़ किए सबके लिए जीती है । नील और तारा को स्कूल के लिए देरी ना हो जाए इस लिए जया रोज़ जल्दी उठ कर दोनों के लिए खाना … Read more

बहू की मां (भाग 2)- शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : प्रज्ञा ने भी चिढ़ाते हुए कहा”अच्छा ,तुम तो होशियार निकली,मैं तो सीधी-सादी समझ रही थी तुम्हें।”शादी के बाद से ही उनकी यही कोशिश रहती कि मैं और उनका बेटा रोज़ बाहर जाएं,घूमें,मंदिर जाएं,और बच्चों को‌ वे बड़े प्यार से संभाल लेतीं थीं। देखते-देखते बच्चे भी बड़े हो गए।नातिन दादा की … Read more

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