एक और मौका- कविता झा’काव्य ‘अविका”: Moral Stories in Hindi
Moral Stories in Hindi : रात का अंधेरा बढ़ता जा रहा था रीतिका बार बार बालकनी में जाती और गली के दोनों तरफ अंतिम छोर तक देखती फिर स्याह बादलों से घिरे आसमान की तरफ देखती। रात के डेढ़ बज रहें हैं और रागिनी अभी तक घर नहीं आई। फोन भी उसका स्विच ऑफ आ … Read more