एक और मौका- कविता झा’काव्य ‘अविका”: Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi : रात का अंधेरा बढ़ता जा रहा था रीतिका बार बार बालकनी में जाती और गली के दोनों तरफ अंतिम छोर  तक देखती फिर स्याह बादलों से घिरे आसमान की तरफ देखती।  रात के डेढ़ बज रहें हैं और रागिनी अभी तक घर नहीं आई। फोन भी उसका स्विच ऑफ आ … Read more

प्रेम पर इल्ज़ाम कैसे लगने दूं?? – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “मां,ओ मां!कहां हो तुम?”अर्घ की पुकार सुनकर मीना तेजी से रसोई से बाहर आई।”क्या हुआ ये?क्यों इतनी जोर से चिल्ला रहा है?उसने पूछा। “मां,पूजा का बोनस मिलेगा मुझे इस बार।माना कम मिलेगा औरों से, क्योंकि ज्वाइनिंग देर से हुई थी।मिलेगा तो कम से कम।”अर्घ बहुत खुश होते हुए बोला। मीना … Read more

इल्जाम अपनों का – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi : अंकिता और  उत्तरा दोनों देवरानी जेठानी थीं। उनमें बहुत बनती थी। इनका संयुक्त परिवार था। ससुर चार भाई थे। बड़े भाई की बहू अंकिता थी और दूसरे नंबर के भाई की बहू उत्तरा। उनमें  सगी बहनों के समान  अपार प्रेम था। उनके प्यार और स्नेह से  परिवार में कुछ लोग … Read more

ये भेदभाव क्यो – संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi : ” नंदिनी …नंदिनी कहा हो तुम ?” रितेश घर मे घुसते ही चिल्लाया।  ” बेटा नंदिनी तो अभी तक आई नही और महारानी का फोन भी बंद आ रहा है !” रितेश की माताजी शांति जी मुंह बना कर बोली।  ” क्या आई नही !! पर बाहर तो बहुत बारिश … Read more

इल्ज़ाम, मम्मी सिखाती है मंजू ओमर- : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आजकल ये बातें आम हो गई है कि शादी के बाद लड़की ये कहती सुनी जाती है कि सास बेटे के कान भरती है बहू के खिलाफ बेटे को भड़काती है । क्या यह सच है क्या एक मां चाहती है कि घर में क्लेश हो,लड़ाई झगडे या मन मुटाव … Read more

अब तो माँ बन जाओ – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi : “ कामिनी कब तक तुम ऐसे ही बचपना करती रहोगी …उस में उन बच्चों की क्या गलती है…जब से शादी की बात चली है उस दिन से तुम मुँह फूला कर रखी हुई हो।” किशोर जी कामिनी जी को समझाते हुए बोल रहे थे  “ काश तुम समझ पाते… मेरे … Read more

हस्ताक्षर – सारिका चौरसिया : Moral Stories in Hindi

New Project 98

Moral Stories in Hindi : जिज्जी अम्माजी अब नहीं रहीं….हां!हां! हैं ना आपके छोटे भैया ! जी….जी,अरे वही कर रहे सब तैयारी….तब और कौन करेगा जिज्जी?,….आप तो सब जानती ही हो,, सारी जिम्मेदारियां इन्हीं पर तो रहती है। और अम्मा को ये प्यार भी तो कितना ज्यादा करते हैं। हम लोगों को भी तो उनसे … Read more

इल्जाम –  वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  सबको खिला कर किचन समेट रही थी.. बच्चों का स्कूल सुबह सुबह होता है, किचन साफ रहने से लंच बनाना आसान हो जाता है.. फुरसत से थोड़ी देर टीवी पर बिग बॉस मे होने वाले झगड़े का आनंद लूंगी.. तभी डोर बेल बजी.. सामने सोना मेरी कामवाली अपनी सात साल … Read more

दर्द जो कोई नहीं बांट सकता –  सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  ” बधाई हो भाभी, बेटा अफसर बन गया है और बहू भी अफसर ही आई है |दोनों तुम्हारी इज्जत करते हैं, बात मानते हैं और अब तो तुम्हें अपने साथ घूमने ले जा रहे हैं |बेटा -बहू तो बहुतों के है, पर कोई अपनी माँ के लिए इतना नहीं  करता … Read more

दर्द की अनुभूति – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : निलिमा जी के पति राजेश जी का निधन हुए १५ दिन हो गए थे।  कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले सभी मेहमान जा चुके थे।घर पर वे और उनके बेटा बहू रह गए थे। बेटे अनिल को भी आज से नौकरी पर जाना जरूरी है, वैसे ही राजेश बाबू की बिमारी … Read more

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