मायके का सामान – सुनीता मिश्रा : Moral stories in hindi

Post View 45,280 “दम घुटता है मेरा इस घर में।” इस वाक्य को रोज रात सोने से पहिले कहना अवनी का नियम बन गया था ।शादी को कुल जमा चार माह ही हुए थे। “ये मुर्गी के दड़बे जैसा घर।” “मायके से आया मेरा कीमती समान कबाड़ की तरह ठुँसा है।” “तुम्हारी माँ की अल्सुबह … Continue reading मायके का सामान – सुनीता मिश्रा : Moral stories in hindi