मंगला मुखी (भाग-2) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

Post View 322 बहुत मिन्नत के बाद आखिर रेशमा मान गई और खुशी के कारण फूट फूटकर रोने लगी – ” कल एक बार जाऊंगी सबसे विदा लेने। आखिर उस समाज ने मुझे आसरा और सहारा दिया है। उन्हें भी बताऊंगी कि कोई है जो मुझसे नफरत नहीं करता है बल्कि मुझे प्यार और सम्मान … Continue reading मंगला मुखी (भाग-2) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi