माँ ! तिन्नी रो रही है।’ – पुष्पा जोशी
Post View 2,825 ‘रो रही है, तो मैं क्या करूँ? उसकी माँ है ना उसे सम्हालने के लिए।’ ‘माँ ! वह भूखी है, चाची की तबियत ठीक नहीं है।’ ‘ठीक नहीं है तो? मैंने ठेका नहीं लिया है सबका।’ सुनंदा उग्र स्वभाव की महिला थी, और मन में दांव – पेंच रखती थी। दुष्ट प्रकृति … Continue reading माँ ! तिन्नी रो रही है।’ – पुष्पा जोशी
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