मां कहती थी- पूर्णिमा सोनी : Moral stories in hindi

Post View 3,478 प्रीति ने सभी काम भलीभांति समेट दिए थे। सुबह का खाना निपटाने के बाद चौका साफ कर दिया था। जब तक वो सबको खाना खिला कर, स्वयं खाना खाती, तब तक ( सासू मां) मम्मी जी के चाय पीने का समय हो जाता। उसने चाय का भगोना चढ़ा कर सबको चाय भी … Continue reading मां कहती थी- पूर्णिमा सोनी : Moral stories in hindi