क्या इसी दिन के लिए तुम्हें पढ़ाया लिखाया? – कुमुद मोहन 

Post View 1,250 “देखो बेटा। मैं अब अगले महीने रिटायर होने वाला हूँ। बहुत दिनों से अम्मा के मोतियाबिंद का आपरेशन टाल रहा था कि ऑफिस से छुट्टी पाऊंगा तो आराम से करा दूंगा। हमारा खर्च तो मेरी पेंशन में जैसे तैसे हो जाएगा। मैं ये चाहता हूँ कि तुम भी अब घर के खर्चे … Continue reading क्या इसी दिन के लिए तुम्हें पढ़ाया लिखाया? – कुमुद मोहन