कितना शर्मशार करोगे – मंजू ओमर  : Moral stories in hindi

Post View 2,609 मर क्यों नहीं जाता तू कितना शर्मशार करेगा ,कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा,हे भगवान इसे उठा क्यों नहीं लेता तू कुसुम आंटी बराबर उसको डंडे से पीटती जा रही थी। आखिर में वो डंडा भी दो टुकड़ों में टूट गया। प्रकाश जी जो उनके पड़ोसी थे कुसुम आंटी को पकड़कर घर … Continue reading कितना शर्मशार करोगे – मंजू ओमर  : Moral stories in hindi