किरचें लहू लुहान कर गयी” – उमा वर्मा

Post View 1,119 सुबह सुबह यश और गौरी ने सुनीता के पैर छू कर प्रणाम किया तो वह गदगद हो गई ।कितनी प्यारी और सुन्दर है मेरी बहू ।कल रात को पार्टी में भी सबने यही कहा था ” कहाँ से लाये इतनी सुन्दर और प्यारी बहु? सुनीता निहाल हो गई थी ।ढेरों आशीर्वाद देते … Continue reading किरचें लहू लुहान कर गयी” – उमा वर्मा