खोल दिया साहब – प्रेम बजाज

Post View 2,179 राशिद खान को जैसे ही स्ट्रेचर से उतारकर रखा उसके जिस्म में दर्द की लहर उठी, उसे लगा जैसे किसी ने उसके जिस्म की एक-एक हड्डी तोड़ दी हो।  हिलना-डुलना बहुत मुश्किल लग रहा था, फिर भी हिम्मत करके उसने उठने की कोशिश की तो किसी हाथ ने उसे पकड़ कर रोक … Continue reading खोल दिया साहब – प्रेम बजाज