ख़्वाब – निभा राजीव 

Post View 1,153 नन्हीं रुचिका तूलिका लेकर कैनवास पर मनचाहे रंग भर भर कर चित्रकारी का प्रयास कर रही थी पर बार-बार कुछ ना कुछ त्रुटि रह जाती थी। उसने चिढ़ कर तूलिका फेंक दी। उसके मुंह पर जहां-तहां लाल, पीले, नीले रंग लगे हुए थे।उसका नन्हा सा मुंह गुस्से से लाल हो गया था। … Continue reading ख़्वाब – निभा राजीव