“खरी खरी सुनाना” – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi
Post View 31 चाय का कप हाथ में लेकर सोफे पर धसते हुए नैना बड़बडाने लगी…यह तारा बाई आज भी नहीं आई। इन लोगों का तो बस यही हाल है। तभी घण्टी बज उठी … दरवाजे पर तारा बाई जी और उसकी बेटी को देखकर नैना एकदम बरस पड़ी। यह तुमने क्या मजाक लगा रखा … Continue reading “खरी खरी सुनाना” – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi
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