खानदान की इज्जत – खुशी : Moral Stories in Hindi

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नमन सिन्हा समाज के बहुत ही प्रतिष्ठित व्यक्ती थे। सभी उनका बहुत सममान करते थे। उनकी एक बेटी थी रागिनी जैसा नाम पैसा गुण सुंदर सुशील संस्कारी लडकी थी। नमन जी चाहते थे कि उसकी शादी अच्छे खानदान मे हो जाये वो पढने मे भी बहुत  जहीन थी यह रागिनी के  कॉलेज का आखरी साल … Read more

खोया हुआ रिश्ता – भगवती सक्सेना गौड़ : Moral Stories in Hindi

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राणा बचपन से मास्टरजी की बहुत इज्जत करता था, उसके पापा के दोस्त होने के कारण कई बार घर आकर गणित हल कराते थे। उन्ही के कारण वह गणित जैसे कठिन विषय मे पास हो पाता था। दसवीं बोर्ड पास करके ग्रेजुएशन करने के बाद मजबूरन बाबूजी की दुकान चला रहा था।  क्योंकि पढ़ाई के … Read more

बहू कुछ दिन और मायके रूक जाती…. – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

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“ बहू तू इतनी जल्दी मायके से आ गई… समधी जी अब कैसे हैं….. कुछ दिन उनके पास ही रूक जाती…. क्या सोचते होंगे तुम्हारे मायके वाले ज़रूर सास  मायके में रूकने नहीं देती होगी ।” कौशल्या जी ने बहू निशिता से कहा  “ बिल्कुल नहीं मम्मी जी…. सब तो मुझे दूसरे दिन ही भेज … Read more

खानदान की इज्जत – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

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पायल बेटा… तुम्हारे भाई की शादी है और तुम यह लोहा लंकड के गहने पहन कर आई हो, बेटा.. सभी के सामने हमारी और तुम्हारे ससुराल वालों की क्या इज्जत रह जाएगी? जहां तक मुझे याद है तेरी शादी में तेरे  ससुराल से भी काफी गहने चढ़ाए थे और हमने भी तुझे काफी सारे गहने … Read more

आन बान या अवसान – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 60

भैय्या-भैय्या, आज रक्षाबंधन है,क्या मैं आपको राखी बांध दूँ?        अरे,भैय्या-भैय्या पुकारती हो,तो फिर राखी क्यो नही बाँधोगी, इसमें पूछने वाली कौनसी बात है?ले बांध ना राखी?        शायद 1973-1974 का ही घटनाक्रम है,मेरे ही घर के एक पोर्शन में हमारे ही कस्बे के पास के एक गांव का किसान परिवार किराये पर रहने को आया।मेरे पिता … Read more

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