खामोशी – डॉ किर्ति गोयल 

Post View 365 बात कुछ पुरानी है पर यू लगता है मानो कल की ही बात हो। वही शाम के लगभग 4 बजे विश्वविद्यालय से लौटने का समय था, अचानक देखा कुछ बड़े डील डौल वाले लड़के हाथो में तलवार, हौकी और डंडे लिए हुए एक युवक के पीछे दौड़ते हुए आ रहे थे। पीछा … Continue reading   खामोशी – डॉ किर्ति गोयल