कभी-खुशी-कभी-गम – कुमुद चतुर्वेदी
Post View 161 भैया का ट्रांसफर भोपाल हो गया था,पर माँ वहाँ जाना नहीं चाहती थीं। कारण यहाँ ग्वालियर में ही उनकी दो बेटियाँ भी थीं मैं बस आगरा थी सो बच्चों की छुट्टियों में ही जा पाती थी।परंतु भैया भी मजबूर थे उनको अकेले कहाँ छोड़ते बुढ़ापे में।खैर भैया भाभी और माँ को लेकर … Continue reading कभी-खुशी-कभी-गम – कुमुद चतुर्वेदी
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