जीने का मकसद (भाग -2) : लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Post View 1,587 Moral Stories in Hindi : अशक्त मां शक्तिमान सी पास ही खड़ी थी उसके स्नेहिल हाथों का स्पर्श उसे अपने बालों पर कंधों पर महसूस हो रहा था … मां कह उसकी ओर मुड़ा ही था कि हॉस्पिटल बेड पर अपने कमर के नीचे की रिक्तता की पीड़ा से स्तब्ध हो उठा … Continue reading जीने का मकसद (भाग -2) : लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi