“जब बहू ने किया शुभारंभ” – पल्लवी विनोद

Post View 213 जब से मुम्बई आयी हूँ जाने क्यों मन बार-बार पुराने दिनों में चला जा रहा है। ‘चंचला’ दादाजी ने यही नाम दिया था मुझे ! अक्सर माँ से कहते बहू इसका नाम शालिनी से बदलकर चंचला कर दो, तब माँ कहती अरे पिताजी ! इस नाम पर तो ये लड़की एक जगह … Continue reading “जब बहू ने किया शुभारंभ” – पल्लवी विनोद