हाय रे घूंघटा…….  – डा उर्मिला सिन्हा

Post View 970 संस्मरण लिखना हो वह भी विवाह पर । फिर क्या एक से बढ़कर एक सुमधुर यादें पलकों में बोलने लगती हैं।हम कलमकारों को कहां से शुरू करूं और कहां अंत…..उलझन में डाल देती है। फिर भी….! मन के तहों में वर्षों से दबा स्मृतियों का पिटारा,हमारा अनमोल खजाना है।   यह उनदिनों की … Continue reading हाय रे घूंघटा…….  – डा उर्मिला सिन्हा