Post View 453 ——————— पति की तेरहवीं के पश्चात ललिता ने तीनों बेटों के समक्ष एक प्रश्न रखा कि “अब वह अकेली कैसे रहेगी ” ? बड़े बेटे ने तुरन्त कहा ” माँ ! तुमने ही कहा था यह घर मेरा है अतः मैने भी कह दिया हमें हिस्सा नही चाहिए और ना हम यहाँ … Continue reading गुल्लक टूट गयी… – दीप्ति सिंह
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed