गृहप्रवेश (भाग 5) – मंजरी त्रिपाठी
Post View 35,320 नहीं नताशा ऐसी कोई बात नहीं है।मुझे तुम्हारे भाई की सगाई से भला क्या दिक्कत हो सकती है।मुझे ना खुशी है और ना ही कोई दुख। अरे आप ऐसे कैसे बोल रहे हैं….कोई बात हुई है क्या??मिहिर की बात सुनकर नताशा चोंकते हुये बोली। कोई बात नहीं हुई नताशा बस मैं आश्चर्यचकित … Continue reading गृहप्रवेश (भाग 5) – मंजरी त्रिपाठी
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