गृहप्रवेश (भाग 4) – मंजरी त्रिपाठी

Post View 38,479 नताशा और मिहिर अपनी नई गृहस्थी में प्रसन्न थे।और अब तो नताशा कतई चिंतामुक्त थी।उसे अब कोई भय नहीं था मिहिर की तरफ से,वो अपनी माँ को भी सारा घटनाचक्र बताती रहती है और उनके दिशानिर्देश पर चलते हुये ही मिहिर के साथ अपनी नई और अलग गृहस्थी बनाने में सफल हो … Continue reading गृहप्रवेश (भाग 4) – मंजरी त्रिपाठी