क्या अपने सगे भी करते ऐसा धोखा….? – रश्मि प्रकाश 

सीता कुंज में आज बहार थी… घर के इकलौते चिराग़ की शादी जो होने वाली थी…. हल्दी, संगीत सब ख़ूब धूमधाम से हुआ….चारबहनों के इकलौते भाई की शादी जो थी… सबने मनपसंद कपड़े पहने हुए थे… साज सजावट देखते बन रही थी… आज शादी का दिनऔर बारात बड़ी धूमधाम से निकली… सब खूब मस्ती कर … Read more

अंतिम इच्छा – पुष्पा ठाकुर 

New Project 70

” मां आज खाना हमारे साइड खाना,तुम्हारी बहू ने आज तुम्हारी पसंद की चना भाजी और मक्के की रोटियां भी सेंकी है।” राघव अपनी बात को लगभग जाते जाते ही कह गया,जो देहरी पर बैठी उसकी बूढ़ी मां ने अच्छी तरह सुन भी ली थी।सुनती भी क्यों न ……….आज पूरे एक महीने बाद बड़े बेटे … Read more

टिमटिमाती आंखें – रानी गुप्ता 

New Project 11

दादी एक बात बताओ आप ये हर समय मुझमें  क्या देखती रहती हो?गौरी अपना गुस्सा दबाते हुए दादी से हंसते हुए पूछ ही लिया….पता है आपको मुझे अच्छा नही लगता कि कोई मुझ पर चैबीसो घंटे नजर रखे ,जबकि मैं कुछ गलत नही करती। अरे बिटिया नाराज न हो अपनी दादी से हम तुम्हाये ऊपर … Read more

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन…”  – *नम्रता सरन “सोना”*

“देखो तो अनंता, ये मुझे भुलक्कड़ कहते हैं, अभी मैंने इनसे पूछा कि आपने ऑइनमेंट रखा, तो बोले भूल गया, मैंने पूछा कि, माला रखी, तो बोले भूल गया, अब तुम बताओ , भुलक्कड़ मैं हूं या यह हैं, घुटनों के दर्द का आइनमेंट भूल आए, अब वहां जाते ही लेना पड़ेगा, और माला… उसके … Read more

 बेटी होने की जिम्मेदारी – सुमन श्रीवास्तव

New Project 2

सुरु वो सुरु ” देखो बेटा, सुमित के कमरे की सफाई ठीक से कर देना । ऐसा न हो तेरे भईया भाभी को आने के बाद किसी किस्म की परेशानी हो और हां जिस समान की जरूरत हो बाजार से मंगवा ले। मुझे देखने के लिए कितना लम्बा सफर करके आ रहे हैं। “सुरुभि ” … Read more

रक्षा कवच – तृप्ति शर्मा

बहुत ही जिद की थी अमृत ने मां से ,मां हमें भी एक बहन चाहिए । सब दोस्तों के पास है ,सब माथे पर लाल रंग का टीका लगाते हैं। अगले साल वह भी दोस्तों में खूब शान से माथे पर राखी का टीका,उसमें चावल के कुछ दाने जो मां ने नन्ही अनन्या से लगवाए … Read more

जो साथ निभाए वह है दोस्त” – ऋतु अग्रवाल 

New Project 2024 04 29T104905.495

“सुनो जी! यह प्रभाकर भैया तो आपके साथ ही नौकरी करते हैं। फिर इनके और हमारे जीवन स्तर में इतना अंतर, मुझे समझ नहीं आता। इनके पास हमारी ही तरह कोई पुश्तैनी जमीन जायदाद भी नहीं है।” आभा ने चाय का कप विवेक को पकड़ते हुए कहा।    “हाँ! पहले मैं भी यही सोचता था पर … Read more

वहम – डॉ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  कहते हैं वहम का इलाज हकीम सुलेमान के पास भी नहीं है और सुरेखा तो साधारण मानवी है। पहिरावा, दिखावा से भले ही वह शिक्षित,आधुनिका दिखाई देती है, परंतु बाल्यावस्था से मन में कुछ मनोवैज्ञानिक गुत्थियां अवश्य पाले हुई है।    सुबह जल्दी में थी। गृहिणियों का प्रातकाल वैसे भी बड़ा … Read more

क्या सही क्या गलत – गीता वाधवानी

New Project 84

आज सुगंधा बहुत खुश थी, बहुत खुश। लेकिन मन ही मन कोई द्वंद चल रहा था शायद सही और गलत का। वह उस में उलझ कर रह गई थी।  आज उसकी बेटी नेहा को बहुत अच्छे विद्यालय में नौकरी मिल गई थी। नेहा का फोन आने के बाद से, सुगंधा उसी के इंतजार में बैठी … Read more

यह अंत नहीं जीवन का”-तृप्ति उप्रेती

New Project 2024 04 29T104818.633

“पापा, आज बिजली का बिल भर दीजिएगा”। विहान ऑफिस जाते हुए सुरेश जी से बोला। सुरेश जी लाॅन में बैठकर चाय पी रहे थे। तभी सुहानी बाहर आई और उन्हें एक कागज देते हुए बोली, “पापा जी, जब आप बिल भरने जाएंगे ही तो यह राशन के सामान की लिस्ट भी किराने वाले को दे … Read more

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