देश ही भाग्य विधाता – शुभ्रा बैनर्जी: Moral Stories in hindi

प्रतीक को आई आई टी से पास आउट होते ही मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पैकेज पर नौकरी मिल गई थी।प्रतीक अपनी सहपाठी नित्या से प्रेम करता था।अपने मम्मी -पापा को नित्या के बारे में बताया,जो कि सजातीय नहीं थी।सुलभा(प्रतीक की मां)ने एक ही बात कही”हमें तो कोई परेशानी नहीं इस विवाह से।तुम्हारे पापा भी मान … Read more

भाग्य विधाता – मंजू ओमर: Moral Stories in hindi

बेटी हुई है ,नर्स ने जब लेबर रूम से बाहर आकर निर्मला जी को खबर दी तो उनकी आंखों से आंसू टपक पड़े ।पति अनिल से शिमला जी बोली कैसा खेल रचा है भाग्य विधाता ने दुनिया में आने से पहले बेटी के पापा ही दुनिया से चले गए। अनिल जी ने निर्मला को धीरज … Read more

तुम मेरे भाग्यविधाता नहीं हो – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in hindi

रजनी की शादी तय हो रही थी, लेकिन उसके मन में अजीब सी परेशानी थी, वो विनय को तो अच्छी तरह से जानती थी पर अपने होने वाले सास-ससुर का व्यवहार उसको पता नहीं था, विनय अपने मम्मी-पापा के बारे में हमेशा अच्छी ही बातें बोलता था, लेकिन वो शादी के पहले अपने सास-ससुर से … Read more

मां का दिल (भाग 2) – लतिका श्रीवास्तव

तीन भाई …… एक सबसे छोटा मानसिक विक्षिप्त सा है  एक बार पागलपन में बाड़ी में बने कुएं में कूद गया था उसीको बचाने में पिता जी भी बिना आगा पीछे सोचे कुएं में कूद गए सिर कुएं की सख्त दीवाल से टकराया और तुरंत मृत्यु हो गई थी भाई को तो सुरक्षित निकाल लिया … Read more

मां का दिल (भाग 1) – लतिका श्रीवास्तव

…..अचानक शहर से खबर मिली कैलाश को पुलिस पकड़ ले गई है …..शहर में जिन लोगो के साथ उसका उठना बैठना था उन्हीं लोगों ने उसे जालसाजी में फंसा दिया था….मां तो रोने ही लग गई मेरा लाड़ो पला बेटा जेल में रहेगा कसाई होते हैं ये पुलिस वाले मार मार के मार ही डालेंगे … Read more

फेवीकॉल का मजबूत जोड़ – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in hindi

आज दिव्या और राघव की शादी थी।दिव्या बहुत ही सुंदर दुल्हन बनी थी। वो सज धज कर अपने दुल्हे का इंतज़ार कर रही थी। अभी बारात के आने में थोड़ा समय था। दिव्या को तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि राघव दुल्हे के रूप में उसको मिलेगा पर समय बदलते देर नहीं लगती। … Read more

यह घर तुम्हारा भी है : Moral Stories in hindi

प्रदीप की शादी प्रिया से हुई । प्रिया दुल्हन बन कर कल ही आई थी। सुबह जब सासू माँ (सरला) ने नाश्ता दिया और पहला कौर खाते ही प्रिया ने कहा, ”मम्मी जी ये इसका स्वाद बिल्कुल मेरे घर जैसा है। सासू माँ ने हँसते हुये कहा प्रिया बेटा “अब ये घर तुम्हारा भी है”।  … Read more

भाग्यविधाता – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : वैभव जब इंजीनियरिंग के अंतिम साल में था तब ही उसकी नौकरी एक बहुत बड़ी कंपनी में लग गई थी । उसी साल उसकी मुलाक़ात रश्मि से हुई जिसका भी अंतिम साल ही था । उन दोनों की थोडी सी मुलाक़ातों में ही इतनी अच्छी दोस्ती हो गई थी कि … Read more

भाग्यविधाता – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  आज शहर के विख्यात स्टेडियम में मेरा सम्मान समारोह होना है.. अपनी मेहनत और संघर्ष के बल पर शहर में अपनी एक पहचान बनाई हूं.. और अपनी #भाग्यविधाता#भी मैं खुद हीं हूं..चीफ मिनिस्टर आज मुझे सम्मानित करेंगे.. और ये सम्मान सिर्फ मेरा नही मेरे जैसी अनेक बहनों का है जो … Read more

विदेह की वैदेही – रीमा महेंद्र ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  बेटा सीधा पैर””” सास उमा  जी बोली””” नयी बहू ने सास की ओर देखा, मासूमियत भरी मुस्कान उसके चेहरे पर फैल गयी””” उसने धीरे से दाहिना पैर रंग से भरे हुऐ बडे थाल में रख दिया””” एक के बाद दूसरा पैर रखने मे कुछ अलग सा महसूस हुआ”” अब रूको … Read more

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